📘 पाठ्यपुस्तकें
संस्कृत पीयूषम् – भाग 0 (प्रारंभिक स्तर)
प्रायः 7–8 पाठ (गद्य और श्लोक)
पूरक पुस्तक (छात्र कोविड पाठ्यक्रम अनुसार)—3–4 छोटे पाठ / लघु श्लोक
📚 मुख्य पाठ्यक्रम
1. गद्य और श्लोक (कुल 7–8 पाठ)
गद्य: छोटे-छोटे उपदेशात्मक और झलक-शैली के संरचित
श्लोक:
सरस्वती-वंदना
नैतिक/सामाजिक मूल्यों पर आधारित श्लोक
पारंपरिक पंक्तियाँ (जैसे, “विद्यासारं…”):
2. पूरक पाठ
कुल 3–4 छोटे पाठ या श्लोक, जैसे:
“भारतीया संस्कृति रूपे प्रज्ञा”
विद्यापरंपरा
लघु उपदेशात्मक श्लोक
3. व्याकरण (संक्षिप्त लेकिन प्रभावशाली)
धातु रूप (लकारः): लट्, लङ्, लृट आदि
संहिता विभक्ति: प्रथम–चतुर्थ
उपसर्ग एवं प्रत्यय: सामान्य प्रचलित
संधि: स्वर तथा व्यंजन संधि के मूल नियम
समास: महत्वपूर्ण द्वन्द्व, तत्पुरुष, कर्मधारय
4. अनुवाद एवं लघु लिखित
अनुवाद: संस्कृत ⇄ हिंदी
श्लोक-व्याख्या: छोटा श्लोक पढ़कर उसका अर्थ लिखना
लघु-लिखित उत्तर: मुख्य शब्दार्थ, संक्षिप्त उत्तर, वाक्य रूपांतरण
5. परीक्षा संरचना (कुल 100 अंक)
भाग अनुमानित अंक
MCQ / वस्तुनिष्ठ भाग ~20 अंक
लघु उत्तर / श्लोक ~30 अंक
व्याकरण (प्रश्न) ~25 अंक
अनुवाद / लेखन ~25 अंक
→ कुल = 100 अंक
✅ तैयारी के सुझाव
प्रत्येक पाठ के मुख्य शब्दार्थ, श्लोक-व्याख्या, और मूल विचार समझें।
व्याकरण नियमों को समयबद्ध तरीके से मास्टर करें—तातम्य की गुणवत्ता महत्वपूर्ण है।
अनुवाद अभ्यास नियमित करें—संस्कृत ↔ हिंदी सरल वाक्य कई बार लिखें।
मुश्किल प्रश्न जैसे संधि-समास-वाक्य रूपांतरण को हल करने में समय दें।
मॉडल पेपर और पछले वर्ष के प्रश्नपत्र (यदि उपलब्ध हो) को हल करें।